कुशीनगर में पुरातात्विक महत्व के तीन प्रमुख मंदिरों पर मंगलवार को ताला बंद कर दिया गया। यहां 31 मार्च तक किसी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस संबंध में सुबह ही डीजी पुरातत्व निदेशालय के निर्देश जारी मिले थे। तीनों मंदिरों के गेट सभी ओर से बंद कर दिए गए हैं। बाहर पुलिस का पहरा बिठा दिया गया है। कुशीनगर के इतिहास में पहली बार बुद्ध महापनिर्वाण मंदिर परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
सीएम के निर्देश पर सुबह ही पुरातत्व विभाग के डीजी ने ई मेल से कुशीनगर के पुरातात्विक महत्व के मंदिर महापरिनिर्वाण मंदिर, माथाकुंवर मंदिर व रामाभार स्तूप पर 31 प्रवेश प्रतिबंधित करने का निर्देश जारी किया। जिला प्रशासन को भी इसकी सूचना भेजी गयी। इसके बाद पुरातत्व विभाग के सहायक अविनाश चंद्र त्रिपाठी अपने सहयोगियों के साथ एक-एक कर तीनों स्थलों पर पहुंचे। वहां के बौद्ध भिक्षुओं को इसके निर्देश जारी करने साथ ही मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर के तीनों गेट बंद कराकर वहां ताला बंद करा दिया। तब तक एसपी के निर्देश पर फोर्स भी पहुंच गयी।
गेट पर पोजिशन संभाल ली। इसके बाद माथाकुंवर मंदिर के गेट पर भी ताला बंद करा दिया गया। इसी तरह रामाभार स्तूप के गेट पर भी ताला बंद करा दिया गया। तीनों स्थलों पर पुरातत्व विभाग की ओर से नोटिस भी चस्पा कर दी गई है, जिसमें लिखा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए एतहतियात के तौर पर तीनों परिसरों में 31 मार्च तक के लिए किसी का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाता है। पुरातत्व विभाग के सहायक अविनाश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि निर्देश मिलते ही पुरातात्विक महत्च के सभी प्रमुख स्थलों को बंद करा दिया गया है। 31 मार्च तक यहां किसी का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
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